Chief Minister Girl Dress Scheme/मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना

 परिचय

बिहार सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए Chief Minister Girl Dress Scheme शुरू की है। इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को यूनिफॉर्म खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना न केवल शिक्षा के प्रति बालिकाओं को प्रोत्साहित करती है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है। 2011 में शुरू हुई इस योजना ने लाखों बालिकाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं




योजना का विवरण

  • शुरुआत वर्ष: 2011 (बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के नाम से) 

  • उद्देश्य:

    • बालिकाओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना।

    • गरीब परिवारों की बेटियों को समान अवसर प्रदान करना।

    • स्कूलों में बालिकाओं की उपस्थिति और नामांकन दर बढ़ाना 

  • नोडल विभाग: महिला विकास निगम, बिहार 


योजना के प्रमुख लाभ

इस योजना के तहत बालिकाओं को उनकी कक्षा के अनुसार निम्नलिखित वित्तीय सहायता दी जाती है:

  • कक्षा 1-2: ₹600 प्रति वर्ष 

  • कक्षा 3-5: ₹700 प्रति वर्ष 

  • कक्षा 6-8: ₹1,000 प्रति वर्ष 

  • कक्षा 9-12: ₹1,500 प्रति वर्ष 

  • विशेषता: राशि सीधे बालिका के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाती है 


पात्रता मानदंड

योजना का लाभ लेने के लिए बालिकाओं को निम्न शर्तें पूरी करनी होंगी:

  1. निवास: बालिका बिहार की स्थायी निवासी हो 

  2. स्कूल: सरकारी या राजकीयकृत विद्यालय में नामांकित हो 

  3. उपस्थिति: 75% या अधिक उपस्थिति अनिवार्य (2023-24 से लागू) 

  4. आय सीमा: योजना मुख्यतः BPL और गरीब परिवारों के लिए है, लेकिन सभी सरकारी स्कूल की बालिकाएं आवेदन कर सकती हैं 


आवश्यक दस्तावेज़

आवेदन के समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • बालिका का आधार कार्ड 

  • निवास प्रमाण पत्र (बिहार का) 

  • बालिका का जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल प्रमाण पत्र 

  • बैंक खाता विवरण (बालिका के नाम पर) 

  • उपस्थिति प्रमाण पत्र (स्कूल द्वारा जारी) 


आवेदन प्रक्रिया

योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और ऑफलाइन है:

  1. फॉर्म प्राप्त करें: बालिका अपने स्कूल से आवेदन फॉर्म ले 

  2. फॉर्म भरें: सभी जानकारी सही-सही दर्ज करें।

  3. दस्तावेज संलग्न करें: आवश्यक कागजात की फोटोकॉपी जोड़ें।

  4. जमा करें: फॉर्म को स्कूल के प्रधानाध्यापक के पास जमा करें 

  5. सत्यापन: विद्यालय प्रशासन द्वारा डेटा को MedhaSoft पोर्टल पर अपलोड किया जाता है 

  6. राशि प्राप्ति: स्वीकृति के बाद राशि बालिका के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है 


योजना का प्रभाव और उपलब्धियाँ

  • नामांकन दर: 2011 में 33% से बढ़कर 2025 तक 97% हो गई है 

  • लाभार्थी: 14 वर्षों में 1.94 करोड़ से अधिक बालिकाओं को लाभ मिला 

  • आर्थिक सहायता: कुल ₹2,412 करोड़ से अधिक की राशि वितरित की गई 

  • सामाजिक प्रभाव: बाल विवाज और दहेज प्रथा में कमी, महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा 


चुनौतियाँ और समाधान

  • बैंक खाते की गलतियाँ: कुछ बालिकाओं को राशि न मिलने का कारण गलत बैंक विवरण है। समाधान के लिए शिक्षा विभाग ने डीईओ को सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं 12

  • जागरूकता की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में योजना की जानकारी का अभाव। सरकार द्वारा ऑनलाइन पोर्टल और हेल्पलाइन (18003454417) शुरू की गई है 


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या निजी स्कूल की बालिकाएं इस योजना का लाभ ले सकती हैं?

  • नहीं, केवल सरकारी/राजकीयकृत स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाएं पात्र हैं 

Q2. राशि कितने समय में खाते में आती है?

  • आवेदन स्वीकृत होने के 2-3 महीने के भीतर राशि ट्रांसफर की जाती है 

Q3. क्या 75% उपस्थिति अनिवार्य है?

  • हाँ, 2023-24 से यह शर्त लागू की गई है 

निष्कर्ष

बिहार मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर है। इससे न केवल बालिकाओं की शिक्षा में सुधार हुआ है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी मिला है। यदि आपकी बेटी इस योजना की पात्र है, तो आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करके इसका लाभ उठाएं।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:

  • हेल्पलाइन: 18003454417 (सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक)

  • आधिकारिक वेबसाइट: बिहार सरकार

इस योजना से जुड़ी अपडेट्स के लिए नियमित रूप से स्कूल प्रशासन या सरकारी पोर्टल चेक करते रहें। बालिकाओं का उज्ज्वल भविष्य ही बिहार का भविष्य है!

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